नई शिक्षा नीति के जरिये हमारी भाषाओं को महत्व देने की शुरुआत हई : अमित शाह

नई शिक्षा नीति के जरिये हमारी भाषाओं को महत्व देने की शुरुआत हई : अमित शाह

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गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी ब्रेन ड्रेन की थ्योरी को ब्रेन गेन (प्रतिभाओं को देश में लाने) थ्योरी में बदल रहे हैं। उन्होंने कहा, देश में नई शिक्षा नीति के जरिये हमारी भाषाओं को महत्व देने की शुरुआत हुई है।

 

गृह मंत्री ने कहा कि जेईई, नीट और यूजीसी परीक्षाओं को 12 भाषाओं में आयोजित करने की हमने शुरुआत की। इसी तरह कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट देश की 13 भाषाओं में आयोजित किया जा रहा है। 10 राज्यों ने इंजीनियरिंग तमिल, तेलुगू, मराठी, बंगाली आदि में अनुवाद करके शिक्षा शुरू की। शाह ने जिन तीन पुस्तकों का भोपाल में विमोचन किया उनके नाम एनाटॉमी, फिजियोलॉजी एवं बायो केमिस्ट्री हैं। 97 चिकित्सकों के दल ने प्रचलित अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी रूपांतरणकिया है। शाह ने अगले साल होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा के गढ़ रहे ग्वालियर में रविवार को कहा कि राज्य की जनता ने एक बार कांग्रेस सरकार का अनुभव ले लिया है। अब जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा रखे। केंद्र ने देश के विकास के साथ समस्याओं का समाधान भी किया। अपने 20 मिनट के संबोधन में शाह ने पूर्ववर्ती सरकारों से आज के कार्यों की तुलना भी की।

 

 

बदलाव आएगा मोदी

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भोपाल में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा की शुरुआत की सराहना की। उन्होंने कहा कि लाखों छात्र अपनी भाषा में अध्ययन कर सकेंगे और उनके लिए कई नए अवसरों के द्वार भी खुलेंगे।

 

‘इंजीनियरिंग भी हिंदी में’

 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि अगले छह माह में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक की पढ़ाई भी हिंदी में होगी। आईआईटी और आईआईएम भी हिंदी में करवाएंगे।

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