क्या हैं निपुण भारत लक्ष्य?जिसे समझने में 40 प्रतिशत शिक्षक असफल,आइए पढ़े विस्तृत लेख
आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag को 2026-27 तक निपुण भारत लक्ष्य nipun bharat lakshya प्राप्त करना है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद Vijay Kiran annad के निर्देश के बाद इसे लागू करने को कवायद शुरू हुई, लाखों खर्च कर शिक्षकों teachers की ट्रेनिंग हुई, लेकिन निरीक्षण में करीब 40 प्रतिशत शिक्षक Teacher निपुण लक्ष्य को ठीक से समझा तक नहीं पाए।
दिसंबर 2023 तक इसे प्राप्त करने के निर्देश
यह स्थिति उप शिक्षा निदेशक व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य डा. इंद्र प्रकाश सिंह सोलंकी, सहायक निदेशक (एडी) बेसिक महेश चंद और जिला बेसिक शिक्षाधिकारी BSA प्रवीण कुमार तिवारी के साथ जिले के सभी खंड शिक्षाधिकारियों को अक्टूबर October माह mahine में किए गए निरीक्षण में सामने आयी है।
40 प्रतिशत शिक्षकों को नहीं जानकारी
डायट प्राचार्य ने बताया कि उन्होंने पिछले महीने करीब 22 विद्यालयों vidyalaya में निरीक्षण किया। सिर्फ 60 प्रतिशत शिक्षक Teacher ही निपुण भारत लक्ष्य nipun bharat lakshya की जानकारी दे पाए। 40 प्रतिशत को उसकी स्तरीय जानकारी नहीं थी। इसलिए उन्हें अपना ज्ञान बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी BSA का कहना है कि निपुण भारत लक्ष्य nipun bharat lakshya की प्राप्ति को लेकर अभी भी तमाम शिक्षक Teacher गंभीर नहीं है, जबकि यह महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की प्राथमिकता में शामिल है। इसलिए लापरवाही करने वाले शिक्षकों teachers को नोटिस notice जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। उत्तर से संतुष्ट न होने पर उनका वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी।
यह है निपुण भारत लक्ष्य
सन 2026-27 तक तीसरी कक्षा के अंत तक कक्षा एक, 2 और 3 के विद्यार्थियों को पढ़ने, लिखने के साथ अंकगणित सीखने की क्षमता प्राप्त करानी है। इससे उनका शैक्षिक विकास होगा और उनकी मानसिक व शारीरिक क्षमता बढेगी। इसके लिए शिक्षकों teachers को 150 रुपये प्रति शिक्षक की दर से खर्च कर 4 दिवसीय ट्रेनिंग training कराई गई। जिले के करीब 8 और मंडल के करीब 25 हजार शिक्षक इससे लाभान्वित हुए।
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