शिक्षिकाओं ने खोला मोर्चा, कहा बीईओ बेवजह रद्द कर देतें हैं छुट्टी
लखीमपुर खीरी। पसगवां ब्लॉक में महिला शिक्षक को अश्लील वीडियो भेजने का मामला थमा ही था कि अब नकहा ब्लॉक के एक शिक्षक समेत बीईओ के खिलाफ महिला शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को महिला शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने सीडीओ अनिल कुमार सिंह से मिलकर शिकायत की है।
नकहा ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय शैलगांव की शिक्षिका ने मातृत्व अवकाश निरस्त करने की बीएसए से शिकायत की थी। कहा था कि उन्होंने मातृत्व अवकाश के लिए पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया था। आरोप है कि बीईओ नका पुष्पेंद्र कुमार जैन ने दो बार आवेदन को निरस्त कर दिया जबकि सारे आवश्यक प्रपत्र संलग्न किए गए थे। एक शिक्षिका ने शिकायत की है कि उसकी ड्यूटी पीईटी में लगी थी, तभी ड्यूटी के नहीं किया। दौरान तबीयत खराब होने से गर्भपात हो गया। शिक्षिका ने रात में 10 बजे बीईओ को फोन करके अपनी स्थिति बताकर इलाज के लिए अवकाश मांगा। मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश के लिए आवेदन किया, लेकिन बीईओ ने अवकाश स्वीकृत नहीं किया।इसी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय परसियाघाट की शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि वह मेडिकल अवकाश पर थीं, फिर भी बीईओ नकहा नेविद्यालय निरीक्षण के दौरान उसे अनुपस्थित कर दिया। प्राथमिक विद्यालय ककरहा, संविलियन विद्यालय अंबरसोत, संविलियन विद्यालय सकेथू की शिक्षिकाओं ने भी आरोप लगाए हैं कि उनके आकस्मिक अवकाश को बीईओ द्वारा अकारण ही अस्वीकृत कर दिया गया। इस बाबत जब शिक्षिकाओं ने बीईओ से बात की तो जवाब दिया गया कि ये उनके विवेक पर निर्भर करता है कि किसका अवकाश स्वीकृत करना है और किसका नहीं। प्राथमिक विद्यालय अमृतापुर की शिक्षिका ने तो परेशान होकर एक शिक्षक के खिलाफ खीरी थाने में करीब तीन माह पहले रिपोर्ट भी द कराई थी। आरोप है कि बीईओ का शह पर कुछ शिक्षक, एआरपी भी शिक्षिकाओं का मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न कर रहे हैं।