सरल ऐप के जरिए दो पालियों में 30 नंबर तक होंगी परीक्षाएं, शिक्षकों की तय की गई जिम्मेदारियां
जिले के परिषदीय विद्यालयों parishadiya vidyalaya एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों का शैक्षिक स्तर आंकने के लिए सरल ऐप saral app’s के माध्यम से निपुण मूल्यांकन परीक्षा Exam (नैट) कराई जाएगी।यह परीक्षा Exam 30 नवंबर को परिषदीय विद्यालयों vidyalaya में होनी है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है।
जिले के 2269 परिषदीय विद्यालयों parishadiya vidyalaya में करीब 3 लाख 60 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। बेहतर शिक्षा के लिए निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है। अब शासन के निर्देश पर त्रैमासिक निपुण लक्ष्यों पर आधारित आंकलन परिक्षाओं में बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag नया प्रयोग करने जा रहा है। इस बार प्रश्नपत्रों के साथ-साथ पृथक से ओएमआर शीट भी उपलब्ध कराई जाएगी। शिक्षक Teacher सरल ऐप को इंस्टाल करके लागिन करेंगे और ऐप में दिए गए स्कैनर के द्वारा ओएमआर शीट को स्कैन किया जाएगा।
इस प्रक्रिया को अपनाने से जहां समय की बचत होगी, वहीं परीक्षाफल में भी शत-प्रतिशत शुद्धता होगी। इसका उद्देश्य विद्यालयों में बेहतर और सकारात्मक शैक्षिक वातावरण तैयार करना है। नवंबर महीने के अंत में इसका आयोजन होगा। कक्षा एक से तीन तक के छात्रों की परीक्षा सुबह 9.30 बजे से 11 बजे तक और कक्षा चार से आठ तक के छात्र-छात्राओं की परीक्षा दोपहर 12.30 बजे से दो बजे तक होगी। परीक्षा के दौरान सभी छात्र स्कूल में पहुंचे इसके लिए शिक्षक विविध माध्यमों से अभिभावकों को जागरूक भी करेंगे। जिस दिन परीक्षा होगी उस दिन शिक्षकों एवं परीक्षार्थियों को परीक्षा के समय से एक घंटे पहले आना होगा। परीक्षा कराने के बाद शिक्षकों teachers को मौके पर ही मोबाइल में सरल एप डाउनलोड कर ओएमआर शीट OMR sheet को स्कैन कर सरल एप पर अपलोड Upload करना होगा। अगर किसी क्षेत्र में नेटवर्क नहीं है तो पास के अन्य स्कूल school में जाकर शिक्षक स्कैन करेंगे। इसकी निगरानी शासन स्तर से होगी। शिक्षकों teachers के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी BIO सहित अन्य की जिम्मेदारी तय की गई है।
इस परीक्षा Exam के लिए सभी जरूरी तैयारी हो रही है। इस बदलाव के कारण बच्चे आधुनिकता से भी जुड़ेंगे। इस माह के अंत में परीक्षा Exam होगी। शासन की ओर से बच्चों के हित में यह बेहतर पहल है। – हेमंत राव, BSA जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
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