UPSC (यूपीएससी) प्रीलिम्स से निकलेगा रेलवे Railway भर्ती का रास्ता, जानें IRMS की चयन प्रक्रिया और पैटर्न
UPSC Railway Prelims 2023 : रेलवे अगले वर्ष से भारतीय रेलवे Indian railway प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) में भर्ती यूपीएससी UPSC की ओर से विशेष रूप से तैयार आईआरएमएस परीक्षा Pariksha के माध्यम से करेगी। आईआरएमएसई दो स्तरीय परीक्षा होगी जिसके तहत प्रारंभिक स्क्रीनिंग परीक्षा और उसके बाद मुख्य लिखित परीक्षा होगी तथा फिर साक्षात्कार होगा। परीक्षा Exam के दूसरे चरण यानी आईआरएमएस मेन्स लिखित परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों abhyarthiyon की उपयुक्त संख्या की स्क्रीनिंग के लिए सभी पात्र अभ्यर्थियों को सिविल सेवा civil seva(प्रारंभिक) परीक्षा में शामिल होना होगा और आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा के लिए उपयुक्त संख्या में अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग screening की जाएगी।
यूपीएससी सिविल सेवा प्रीलिम्स UPSC civil seva prelims Pariksha परीक्षा 2023 का नोटिफिकेशन notification 01 फरवरी 2023 को जारी होगा और प्रीलिम्स परीक्षा 28 मई 2023 को आयोजितहोगी। चूंकि सीएसई परीक्षा 2023 CSI Pariksha 2023 का उपयोग आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग के लिए भी किया जायेगा, इसलिए आईआरएमएस irms परीक्षा -2023 को उसी कार्यक्रम के अनुसार अधिसूचित किया जायेगा।
आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा में नीचे दिए गए विषयों में पारंपरिक निबंध प्रकार के 4 पेपर होंगे:
क्वालीफाइंग पेपर्स पेपर ए- संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में से एक भारतीय भाषा अभ्यर्थियों द्वारा चुनी जाएगी। – 300 зich
पेपर बी – अंग्रेजी
-300 sich
मेरिट के लिए गिने जाने वाले पेपर वैकल्पिक विषय – पेपर 1 – 250 अंक
वैकल्पिक विषय – पेपर 2
– 250 अंक
पर्सनैलिटी टेस्ट – 100 अंक – वैकल्पिक विषयों की सूची जिनमें से केवल एक वैकल्पिक विषय का चयन किसी भी अभ्यर्थी को करना है
सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, iii. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग iv. वाणिज्य और एकाउंटेंसी
उपर्युक्त क्वालीफाइंग पेपर्स और वैकल्पिक विषयों का पाठ्यक्रम सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) के समान ही होगा।
सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा और आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा के कॉमन अभ्यर्थी इन दोनों परीक्षाओं के लिए उपर्युक्त वैकल्पिक विषयों में से किसी एक का विकल्प चुन सकते हैं या इन परीक्षाओं के लिए अलग-अलग वैकल्पिक विषयों का चयन कर सकते हैं (इन दोनों परीक्षाओं की योजनाओं के अनुसार एक सीएसई (मुख्य) के लिए और एक आईआरएमएसई (मुख्य) के लिए)।
क्वालीफाइंग पेपर्स और वैकल्पिक विषयों (प्रश्नपत्र और उत्तर लिखने के लिए) के लिए भाषा माध्यम और स्क्रिप्ट सीएसई (मुख्य) परीक्षा के समान ही होंगी।
विभिन्न श्रेणियों के लिए आयु सीमा और प्रयासों की संख्या वही होगी जो सीएसई के लिए है।
न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता भारत में केंद्रीय या राज्य विधानमंडल के एक अधिनियम द्वारा निगमित विश्वविद्यालय या संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित अन्य शैक्षणिक संस्थानों या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम, 1956 की धारा 3 के तहत डीम्ड घोषित विश्वविद्यालय से प्राप्त इंजीनियरिंग में डिग्री/ वाणिज्य में डिग्री / चार्टर्ड एकाउंटेंसी ।
आईआरएमएसई (150 नंबर) के लिए यूपीएससी से समझौता किया जा रहा है जिसमें चार वैकल्पिक विषयों में से निम्नलिखित नंबर शामिल होंगे; सिविल (30) मैकेनिकल (30) इलेक्ट्रिकल (60) और वाणिज्य एवं एकाउंटेंसी (30)।
परिणामों की घोषणा यूपीएससी मेरिट के क्रम में चार विषयों – से अंतिम रूप से अनुशंसित अभ्यर्थियों की एक सूची तैयार और घोषित करेगा।