नियमों को ताक पर रखकर शिक्षक स्कूलों से रहते हैं नदारद
कानपुर देहात। नौनिहालों के भविष्य को संवारने के लिए सरकार से मोटी पगार ले रहे अध्यापकों का रवैया सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। सरकारी शिक्षकों की तानाशाही संदलपुर क्षेत्र में सरकार के नियमों पर भारी पड़ती दिखने लगी हैं। अध्यापकों के आगे अब अधिकारी भी बौने साबित हो रहे हैं या फिर ये आधिकारी शिक्षकों से मोटी रकम लेकर स्कूल ना आने का शिक्षकों को ऑफर दे रहे हैं।
ताजा मामला संदलपुर विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय दरिया का पुरवा 2 जैतापुर का है। इस विद्यालय में मात्र – 37 बच्चे नामांकित हैं और 3 शिक्षक वा एक शिक्षामित्र कार्यरत है। इस विद्यालय में 1 सहायक अध्यापक अमित कुमार तिवारी अक्सर विद्यालय से नदारद रहते हैं और जब विद्यालय आते हैं तो पिछले दिनों (छूटे हुए) में भी सिग्नेचर कर लेते हैं। वह कभी भी मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश नहीं लेते हैं जबकि बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक बगैर मानव संपदा एप पर आवेदन किए अवकाश नहीं ले सकते हैं लेकिन फिर भी जनपद में कई शिक्षक इस आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं और इनका साथ कहीं न कहीं खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा दिया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक अमित कुमार तिवारी के घर मुख्यालय बीईओ रहते हैं जिसके बलबूते वे आए दिन विद्यालय से नदारद रहते हैं और कहते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता।
कभी भी मानव संपदा पोर्टल से अवकाश नहीं लेते हैं और कई कई दिन विद्यालय नहीं जाते और जब जाते हैं तो पिछले दिनों के हस्ताक्षर रजिस्टर में करते हैं साथ ही इंचार्ज प्रधानाध्यापक को धमकाते हैं कि हमारे कालम में कभी भी आकस्मिक अवकाश या कुछ भी दर्ज करने की कोशिश न करना नहीं तो परिणाम अच्छा नहीं होगा। इंचार्ज प्रधानाध्यापक अनुपस्थित अमित कुमार तिवारी की जानकारी बीईओ संदलपुर को प्रतिदिन भेजते हैं लेकिन वह भी इस प्रकरण में नहीं पड़ना चाहते हैं क्योंकि उक्त शिक्षक की शिफारस मुख्यालय बीईओ संजय कुमार गुप्ता द्वारा की जा रही है। यह शिक्षक 31 अक्टूबर 2022 से लगातार बिना किसी सूचना के अनुपस्थित चल रहा है। उक्त शिक्षक की नदारद रहने की खबरें कई बार और भी प्रकाशित की जा चुकी हैं क्योंकि यह शिक्षक अक्सर विद्यालय से नदारद रहता है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी सब जानते हुए अंजान बने रहते हैं इससे यह प्रतीत होता है कि दाल में कुछ काला है