समायोजन विशेष: विद्यालय विकल्प का ऑप्शन पोर्टल पर ऑनलाइन हो गया है
*समायोजन विशेष:*
*विद्यालय विकल्प का ऑप्शन*
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डेंगू से शिक्षिका की मौत से परिवार में कोहराम
कोटला। प्राइवेट स्कूल की एक शिक्षिका की डेंगू से मौत हो गई है। परिवार वालों ने बताया कि कुछ दिन पहले उनको बुखार आया था। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें आगरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दीपोत्सव का त्योहार भी बीमारी के चलते फीका हो गया था।
अब मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। थाना नारखी के कोटला में डेंगू और बुखार के चलते मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कोटला में डेंगू ने अपने पांव पसार लिए हैं। प्राइवेट विद्यालय की शिक्षिका मालती देवी (45) पत्नी शिशुपाल को बुखार आया था। परिवार ने इलाज कराया और जब हालत बिगड़ी तो आगरा के एक निजी अस्पताल में उपचार को भर्ती कराया। मालती को डेंगू की पुष्टि हुई।
दीपावली के त्योहार पर भी परिवार लगातार भागदौड़ करके मालती की जान बचाने के पूरे प्रयास कर रहा था। हालत बिगड़ने और प्लेटें गिरने से मालती की मंगलवार की देर रात मौत हो गई। त्योहार पर मालती की मौत से उनके परिवार मे कोहराम मचा हुआ है। वहीं प्राइवेट स्कूल में भी बुधवार को अवकाश घोषित कर शोक जताया।
उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में टीचर्स के लिए अनिवार्य हुआ यह काम, नहीं किया तो होगी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश Uttar pradesh की योगी आदित्यनाथ सरकार government ने राज्य के परिषदीय स्कूलों school में शिक्षकों का फोटो फ्रेम लगाने का आदेश दिया था, लेकिन अब तक इसका पालन नहीं हुआ है. सरकार government ने सभी स्कूलों School में ‘हमारे शिक्षक’ नाम से एक फोटो फ्रेम लगाने को कहा था, जिससे स्कूल में काम कर रहे स्टाफ और शिक्षकों teacher की जानकारी आसानी से मिल सके. इसके लिए सरकार government ने प्रति शिक्षक 150 रुपये की धनराशि मार्च महीने में ही जारी कर दी थी
निर्देश का अब तक पालन नहीं
शिक्षकों teacher को पैसे मिलने के बावजूद, कई स्कूलों School में अब तक फोटो फ्रेम नहीं लगाए गए हैं. सरकार ने इसके लिए बार-बार जिलों को चिट्ठी भी भेजी, लेकिन अभी तक जिलों से इस कार्य की पूरी जानकारी information नहीं मिल पाई है. स्थिति को देखते हुए अब उन स्कूलों school पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है, जिन्होंने आदेश का पालन नहीं किया है
फोटो फ्रेम का उद्देश्य
इस योजना yojna का मुख्य उद्देश्य यह था कि निरीक्षण के दौरान शिक्षकों teacher की पहचान आसानी से हो सके और स्कूल में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों के बारे में जानकारी मिल सके. इससे अभिभावक भी शिक्षकों की शैक्षिक योग्यता और उपलब्धियों के बारे में जान सकते हैं
भेजी गई धनराशि
प्रत्येक शिक्षक, शिक्षा मित्र, और अनुदेशक के लिए 150-150 रुपये की राशि हर स्कूल को भेजी गई थी. मार्च के महीने में कुल 11.26 करोड़ रुपये जारी किए गए थे, और 20 मार्च तक सभी स्कूलों School में फोटो फ्रेम लगाने का आदेश था. फ्रेम में शिक्षक का नाम, शैक्षिक योग्यता, उपलब्धि, स्कूल में नियुक्ति की तारीख, आवंटित विषय और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी शामिल करने का निर्देश था
कार्रवाई की चेतावनी
सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों BSA से इस काम के बारे में जानकारी मांगी गई है. धनराशि जारी होने के सात महीने बीत जाने के बावजूद अगर कोई स्कूल school अब भी इस निर्देश का पालन नहीं करता, तो उन स्कूलों School के प्रधानाध्यापकों headmaster को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. निर्देश का पालन न करने वाले स्कूलों पर आगे कार्रवाई भी हो सकती है
Class Ka Video:क्लास में मम्मी की नकल उतारने लगा बच्चा, चाहकर भी हंसी ना रोक पाई टीचर | देखें वायरल वीडियो
सोशल मीडिया social media पर एक वीडियो video गोली की स्पीड से वायरल हो रहा है, जिसमें एक बच्चा अपनी मां की मिमिक्री करता दिख रहा है. यह वीडियो video क्लास में मदर्स डे के मौके पर हुआ एक मजेदार और प्यारा पल दिखाता है, जिसे देखकर आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे
नीचे लिंक पर क्लिक करके वीडियो देखे
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https://www.instagram.com/reel/C6yu9EaPles/?igsh=MTQ2bTdubGttODB0bw==
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वीडियो video में बच्चा अपनी मां के रिएक्शन की नकल करता है, जब वह पढ़ाई नहीं करता है. सिर पर चुन्नी डालकर उसने जिस तरह की नकल उतारी उसे देख टीचर teacher के साथ-साथ पूरी क्लास class हंसने पर मजबूर हो गई. वीडियो video इतना फनी है कि लोग इसे बार-बार देख रहे हैं.
शिक्षक फोटो फ्रेम नहीं लगाने पर होगी कार्रवाई, पढिए पूरी सूचना
महाराजगंज:परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों vidyalay पर शिक्षकों teacher का फोटो फ्रेम लगाना अनिवार्य है। लेकिन अधिकांश शिक्षक अपना फोटो व विवरण लगाने से कतरा रहे हैं।इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशक ने जिले से जानकारी मांगी है। साथ ही फ्रेम लगवाने का निर्देश दिया है।
फोटो फ्रेम लगाने से विद्यालय vidyalay पर अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान पता चल जाता है कि विद्यालय vidyalay पर कौन कौन अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक तैनात हैं? उनकी योग्यता, तैनाती तिथि, विषय, मोबाइल नंबर आदि क्या है?
फोटो फ्रेम लगवाने के लिए प्रति शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक 150-150 रुपये की धनराशि प्रत्येक विद्यालय vidyalay को मार्च में ही भेजी गई थी। 20 मार्च तक फ्रेम लगवाना था। लेकिन अधिकांश विद्यालयों पर नहीं लगया गया है। जिसपर बेसिक शिक्षा निदेशक ने इसकी जानकारी बीएसए BSA से मांगी है।
इस राज्य में दूसरे शनिवार को रहेगा विद्यालयों में अवकाश, राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश आज से ही होगा लागू
हरियाणा, बच्चों के लिए यह खुशी की खबर है क्योंकि अब हर महीने दूसरे शनिवार को सभी विद्यालयों का रहेगा अवकाश राज्य सरकार का यह आदेश सरकारी और प्राइवेट सभी विद्यालयों के लिए जारी किया गया है और इस अवकाश से बच्चों में खुशी का माहौल है सरकार द्वारा इस आदेश को 9 नवंबर 2024 से ही लागू किया जाता है और अब स्कूल टाइम में भी बदलाव किए जा रहे हैं स्कूल समय परिवर्तन को लेकर अभी आदेश जारी नहीं हुआ है लेकिन समय परिवर्तन की बात की जा रही है।
यह खबर सभी विद्यालयों के लिए है प्राइवेट स्कूल हो या सरकारी स्कूल यह आदेश सभी के लिए जारी किया गया है इस आदेश से बच्चों की हुई मौज अब बच्चे दूसरे शनिवार को नहीं जाना होगा विद्यालय उनके लिए खुशी का माहौल है क्योंकि अब से हर महीने सेकंड सैटरडे स्कूल बंद रहेंगे राज्य सरकार के इस फैसले से बच्चों के लिए खुशखबरी है
नायब सिंह सैनिक की सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी किया है इसके मुताबिक हरियाणा के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में दूसरे शनिवार को रहेगा अवकाश। और सरकार ने इस छुट्टी के आदेश को 9 नवंबर 2024 से ही लागू करने का आदेश जारी किया है इसे आज से ही लागू करें और यह खबर हरियाणा राज्य के सभी प्राइवेट और सरकारी विद्यालयों के लिए है।
यदि आपने छुट्टी टाइम यानी सेकंड सेटरडे में खोल विद्यालय तो होगी सजा!
सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यदि आपने स्कूल खोला तो भुगतनी होगी सजा शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि छुट्टी के लिए ऐसे आदेश पहले भी जारी किए गए हैं लेकिन विद्यालय प्रबंधक इसका सही से पालन नहीं करते हैं और छुट्टी समय में भी बच्चों को विद्यालय बुलाते हैं और ज्यादातर यह देखने को मिला है कि गजेटेड या अन्य छुट्टियों के दौरान स्कूलों में पढ़ाई के अतिरिक्त अन्य क्रियाकलापों के लिए छात्रों को विद्यालय बुलाया जाता है और जो कि सरासर गलत है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने इस आदेश को आज से ही जारी कर कड़ाई से लागू हो
इसी को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को यह आदेश जारी किए गए हैं के छुट्टी के दौरान किसी भी बहाने से विद्यालयों को ना खोला जाए और छात्रों को स्कूल में ना बुलाए यदि स्कूल में ऐसा करते हुए कोई विद्यालय पकड़ा जाता है तो शिक्षा विभाग की ओर से उस पर कार्रवाई की जाएगी। यह खबर आप बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट इन पर पढ़ रहे हैं।
और आदेश में यह भी कहा गया है यदि निदेशालय से अगर कोई भी स्कूल आदेश की अवहेलना करता है तो मामला विभागीय कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को भेज दिया जाएगा और मामले में कोई भी कार्यवाही हुई तो इसके जिम्मेदार स्वयम स्कूल के मुखिया और मैनेजमेंट खुद इसके जिम्मेदार होंगे इसके लिए सरकार कोई भी विकल्प नहीं देगी क्योंकि सरकार ने आदेश में पहले ही है जारी कर दिया गया है।
गरिमा भूले शिक्षक :परिषदीय स्कूल में प्रधानाध्यापक-शिक्षिका में हाथापाई, पढ़िए पूरा मामला
शाहबाद में एक परिषदीय स्कूल school के शिक्षक पद की गरिमा भूल गए। बच्चों के सामने ही प्रधानाध्यापक और शिक्षिका आपस में भिड़ गए और जमकर हाथापाई की। शोर-शराबे पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए, पुलिस police भी मौके पर पहुंच गई और दोनों को समझा-बुझाकर शांत किया। इसके बाद देर शाम में दोनों ने कोतवाली पहुंचकर एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दे दी। पुलिस police ने डाक्टरी मुआयना कराकर दोनों ओर से मुकदमे की तैयारी शुरू कर दी।
मामला शाहबाद ब्लॉक के एक गांव के प्राथमिक विद्यालय vidalaya से जुड़ा है। बुलंदशहर जिले के निवासी एक व्यक्ति इस स्कूल school में हेड के पद पर तैनात हैं। जबकि पड़ोसी गांव की महिला स्कूल में सहायक अध्यापिका हैं। हेडमास्टर headmaster का आरोप है कि लंच टाइम में महिला शिक्षिका रोजाना रसोइया के घर जाकर सो जाती हैं। शनिवार को अभिभावक स्कूल में आए और बच्चों से शिक्षिका के बारे में पूछा तो उन्होंने सच बता दिया।
इस बात से शिक्षिका नाराज हो गई और स्कूल आकर लंच बॉक्स प्रधानाध्यापक headmaster के सिर में मार दिया। शर्ट भी फाड़ दी। पति को भी बुला लिया और दोनों ने मारपीट करते हुए जातिसूचक शब्दों का प्रयाेग किया और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
वहीं, शिक्षिका का आरोप है कि लंच टाइम में वह ऑफिस में गई तो प्रधानाध्यापक headmaster ने उसका हाथ पकड़ लिया, उसकी साड़ी खींचकर अश्लील हकरतें कीं और खुद ही शोर मचा दिया कि महिला उसके साथ मारपीट कर रही है। इस पर एक अन्य व्यक्ति ने आकर महिला के साथ मारपीट की। इसमें महिला के हाथ की चूड़ियां टूट गईं और गुम चोटें भी आईं।
ढकिया चौकी क्षेत्र के एक गांव के प्राथमिक विद्यालय vidalaya में प्रधानाध्यापक headmaster और महिला शिक्षक teacher के बीच मारपीट हो गई थी। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है। दोनों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
बीएलओ कार्य की आड़ में मौज काट रहे कुछ शिक्षक-अनुदेशक और शिक्षामित्र, बेपटरी हो रहीं व्यवस्थाएं
बरेली,। परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार को लेकर तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन जिले के सभी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्रों को पढ़ाने के अलावा बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की जिम्मेदारी भी दे दी गई हैं।
बीएलओ बने शिक्षक व अन्य विभागीय कर्मी मतदाताओं का ब्योरा तैयार करने के चक्कर में स्कूल भी नहीं पहुंच रहे। नतीजतन, स्कूलों में शिक्षण व्यवस्थाएं बेपटरी हो रही हैं। हालांकि शिक्षा विभाग की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं कि बीएलओ शिक्षण कार्य नहीं करेंगे। बीएलओ कार्य के लिए बेसिक शिक्षा के 3 हजार से अधिक शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों को लगाया गया है।
नगर क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्थाओं का बुरा हाल
नगर क्षेत्रांतर्गत परिषदीय स्कूलों में लंबे समय से ही शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। नगर के कुल 98 स्कूलों में महज 110 शिक्षक ही कार्यरत हैं। ऐसे में नगर से 70 से अधिक शिक्षकों को बीएलओ कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें से ज्यादातर स्कूलों के बीएलओ बने शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र बीएलओ कार्य की आड़ में मनमर्जी कर स्कूल भी नहीं आ रहे हैं।
इसके अलावा क्यारा, भोजीपुरा, मझगंवा, रामनगर, आलमपुर जाफराबाद आदि क्षेत्र के स्कूलों में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति बनी है। ऐसे में प्रधानाध्यापक और प्रभारी बमुश्किल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं।
बीएलओ बने शिक्षक व अन्य कर्मियों के लिए ऐसा कोई आदेश नहीं कि वे स्कूल नहीं जाएंगे। निरीक्षण के दौरान स्कूल से नदारद पाए जाने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी- संजय सिंह, बीएसए।
साल में 365 दिन, शिक्षकों ने ले लिया 400 दिन का सीसीएल और मेडिकल, पढ़िए पूरी रिपोर्ट
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्थाई कर्मी माना जाए: कोर्ट