पांच साल से ड्रेस-किताबों के लिए पैसों का इंतजार कर रहे बच्चे

By Ravi Singh

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पांच साल से ड्रेस-किताबों के लिए पैसों का इंतजार कर रहे बच्चे

Muradabad:आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों School में पढ़ाने के लिए सरकार government द्वारा आरटीई योजना yojna संचालित की जा रही है। योजना yojna के तहत दाखिले के बाद किताबों book और ड्रेस के लिए बच्चों को सरकार government की ओर से मिलने वाली 5 हजार रुपये की सहायता राशि पिछले 5 साल से नहीं मिली है।बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag के अनुसार यह धनराशि करीब 11 करोड़ रुपये है। अधिकारियों का कहना है कि शासन को बकाया धनराशि के लिए मांगपत्र भेजा गया है।

आरटीई RTI के तहत निजी स्कूलों School में 25 फीसदी सीटों पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिलाया जाता है। इसके लिए शासन स्कूलों School को फीस प्रतिपूर्ति शुल्क देता है, जबकि अभिभावकों को प्रति बालक 5 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शैक्षिक सत्र 2020-21 और सत्र 2023-24 में सिर्फ नए दाखिला लेने वाले बच्चों का ही बजट budget मिला था।

वहीं पांच से करीब 21,847 बच्चों को धनराशि का इंतजार है। प्रति बालक 5 हजार रुपये के हिसाब से इन बच्चों का करीब 10,92,35,000 रुपये शासन से मिलने का इंतजार है।

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