Contract Employees Latest News: इस राज्य में शुरू हुई संविदा कर्मचारियों की नियमितीकरण की प्रक्रिया, नए साल से पहले मिली बड़ी सौगात, लेकिन उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं ?
उत्तर प्रदेश : संविदा कर्मियों को नियमित करने के लिए अन्य सभी राज्यों में प्रस्ताव पास किया जा रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में अभी तक संविदा कर्मी शिक्षामित्र व अनुदेशकों को राहत नहीं दी जा रही है सरकार शिक्षामित्र और अनुदेशकों के बारे में कब करेगी विचार।
भोपाल: प्रदेश की मोहन यादव सरकार government को आज एक साल year हो गए हैं। 14 दिसंबर साल 2023 को मोहन यादव ने सीएम पद की शपथ ली थी। डबल इंजन की सरकार government के कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर सीएम CM मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है।
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Contract Employee Regularization Newsदरअसल प्रदेश में तैनात अनियमित शिक्षकों teacher के नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग vibhag ने अनियमित शिक्षकों teacher के नियमितीकरण के लिए कमेटी का गठन किया है, जो नियमितीकरण की प्रक्रिया को पूरा करेगी। इस कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक संचालक, और एक हाई स्कूल प्राचार्य शामिल होंगे। यह समिति शिक्षक teacher की परिवीक्षा यानी ट्रायल पीरियड से संबंधित सभी मुद्दों का मूल्यांकन करेगी। बताया जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से 15000 अनियमित कर्मचारियों karmchariyon को लाभ होगा।
हर 3 साल में होगा नियमितीकरण
जारी निदेश के अनुसार अब, हर शिक्षक teacher को अपने ज्वाइनिंग के तीन साल बाद नियमितीकरण के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा। इस प्रक्रिया में शिक्षक teacher को एक निर्धारित प्रपत्र में आवेदन देना होगा, जिसमें वह यह बताएंगे कि उनकी तीन साल year की परिवीक्षा अवधि खत्म हो चुकी है।
नियमितीकरण के लिए इन नियमों का किया जाएगा पालन
संकुल प्राचार्य द्वारा इन आवेदन पत्रों की जांच की जाएगी, और यह देखा जाएगा कि शिक्षक teacher ने अपनी परिवीक्षा अवधि के दौरान सही तरीके से काम किया है या नहीं। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षक teacher के खिलाफ किसी भी तरह की शिकायत या अदालत में कोई मामला न हो। अगर शिक्षक teacher का ट्रांसफर दूसरे जिले में हुआ है, तो उस जिले से उसके अवकाश और वेतन की पुष्टि की जाएगी। इसके अलावा, शिक्षक की गोपनीय चरित्रावली भी संतोषजनक होनी चाहिए। अगर शिक्षक teacher ने शिशुपालन अवकाश लिया है, तो उसे सही ढंग से प्रमाणित करना होगा। जिलास्तरीय समिति इन सभी मापदंडों के आधार पर शिक्षकों teacher की पात्रता की जांच करेगी और फिर उनका नियमितीकरण तय करेगी।
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