Category: Primary Ka Master

  • 11 शिक्षक अनुपस्थित मिले,रोका वेतन

    11 शिक्षक अनुपस्थित मिले,रोका वेतन

    11 शिक्षक अनुपस्थित मिले,रोका वेतन

    ज्ञानपुर। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने ज्ञानपुर ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय सरई मिश्रानी व कंपोजिट विद्यालय सारीपुर का निरीक्षण किया। कंपोजिट विद्यालय सरई मिश्रानी में सभी शिक्षक उपस्थित व अपने कक्षा में शिक्षण कार्य करते मिले।

    11 शिक्षक अनुपस्थित मिले,रोका वेतन
    बीएसए के निरीक्षण में विद्यालय की शैक्षिक स्थिति ठीक पाई गई। वहीं छात्र उपस्थित लगभग 80 प्रतिशत पाई गई। कक्षा तीन के कई होनहार बच्चों को पुरस्कृत भी किया। वहीं कंपोजिट विद्यालय सारीपुर में तीन अध्यापक इंद्रकुमार, आशीष वर्मा, सुहागिन पांडेय अनुपस्थित पाए गए। जिनका अनुपस्थित तिथि का वेतन भुगतान प्रतिबंधित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया।

    इसी तरह सरई मिश्रानी में बन रहे शौचालय के निर्माण कार्य को देखा। गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का

    निर्देश दिया। वहीं खंड शिक्षाधिकारी ज्ञानपुर मनोज कुमार सिंह के निरीक्षण में विश्वनाथपुर विद्यालय में सहायक अध्यापक अखिलेश कुमार, रमईपुर में प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र कुमार सिंह, सहायक अध्यापक मो. इम्तियाज, आलोक सिंह चौधरी अनुपस्थित मिले। खंड शिक्षाधिकारी डीघ वेदप्रकाश यादव के निरीक्षण में प्राथमिक विद्यालय धनतुलसी द्वितीय में शिक्षामित्र अजय प्रकाश नारायण, गजाधरपुर में शिक्षामित्र संगीता सिंह अनुपस्थित मिलीं

    जिला समन्वयक सिविल कुलदीप चौरसिया के निरीक्षण में जहांगीराबाद में सहायक अध्यापक जटाशंकर भारतीय व जिला समन्वयक समेकित शिक्षा रश्मि मिश्रा के निरीक्षण में कन्या विद्यालय घोसिया में रीनू अनुपस्थित मिलीं। सभी के एक दिन के वेतन को रोकने की कार्रवाई की गई

  • PRIMARY KA MASTER NEWS: बाढ़ में बहे गांव और बंद चीनी मिल के छह स्कूलों का विलय

    PRIMARY KA MASTER NEWS: बाढ़ में बहे गांव और बंद चीनी मिल के छह स्कूलों का विलय

    PRIMARY KA MASTER NEWS: बाढ़ में बहे गांव और बंद चीनी मिल के छह स्कूलों का विलय

    बाराबंकी। जिले के छह परिषदीय विद्यालय के भवन और बच्चे न होने से उनके यू डायस कोड को औपचारिकता निभाने के लिए दूसरे स्कूलों में विलय किया गया है। ताकि इन स्कूलों के नाम पर मिलने वाली कंपोजिट धनराशि व अन्य योजनाओं का फायदा मिल सके। इनमें एक स्कूल बंद पड़ी चीनी मिल का तो बाकी सभी स्कूल बाढ़ प्रभावित गांवों के हैं, जो कटान के कारण वह गए।

    जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले चार सौ से ज्यादा स्कूल

    पूरे डलई ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय नैपुरा पिछले साल बाढ़ में बहने के बाद इस स्कूल का इसी गांव के कंपोजिट विद्यालय में, मांझा रायपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय का गांव के ही उच्च प्राथमिक विद्यालय में विलय किया गया है। सूरतगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सरसंडा का भी गांव के ही उच्च प्राथमिक विद्यालय में, प्राथमिक विद्यालय खुज्झी का पड़ोस के गांव जमका के प्राथमिक विद्यालय में विलय किया गया है, जबकि रामनगर में बंद बुढ़वल चीनी मिल के अंदर संचालित विद्यालय का इसी गांव के प्राथमिक विद्यालय में विलय किया गया है।

    बीएसए बोले, 50 बच्चों से कम संख्या वाले प्रकरण से इसका कोई मतलब नहीं

    > बीएसए संतोष देव पांडेय ने बताया कि इन स्कूलों का 50 से कम बच्चों की संख्या वाले स्कूलों से लेना- देना नहीं। इनमें में से पांच स्कूलों के भवन बाढ़ में बह गए थे और चीनी मिल का स्कूल सालों से बंद है। इनके यू डायस कोड थे, लेकिन स्कूल नहीं चलने के कारण इन्हें दूसरे स्कूलों में विलय किया गया है।

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    युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने की कार्यवाही तेज करें : सीएम

    Ration card: अब राशन कार्ड धारकों को कम मिलेगा चावल, सरकार ने एक नवंबर से लागू कर दिया यह नया नियम

  • जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले चार सौ से ज्यादा स्कूल

    जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले चार सौ से ज्यादा स्कूल

    जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले चार सौ से ज्यादा स्कूल

    मथुरा। जिले के 400 से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्र संख्या 50 से कम है। ऐसे विद्यालयों को पास के विद्यालय में विलय करने की बेसिक शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है।

    जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले चार सौ से ज्यादा स्कूल

    इसकी रिपोर्ट तैयार कर महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को भेज दी है। अब शासन से आदेश आने का इंतजार है उसके बाद इन स्कूलों को मर्ज कर दिया जाएगा। जिले में 1536 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 400 से अधिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां छात्रों की संख्या 50 से कम है। सभी ब्लॉक के एक-एक विद्यालय का बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्वे कराया है।

    इस सर्वे के माध्यम से इन विद्यालयों को चिह्नित किया, और महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को रिपोर्ट भेज दी है। प्राथमिक और पूर्व विद्यालय को कंपोजिट विद्यालय में विलय किया जाएगा। अगर करीब में कंपोजिट विद्यालय नहीं होगा तो प्राथमिक विद्यालय को प्राथमिक विद्यालय में और पूर्व माध्यमिक विद्यालय को पूर्व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मर्ज किया जाएगा। इसे
    लेकर पूरा खाका तैयार है और संबंधित स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों को भी सूचित किया जा रहा है।

    इधर, बेसिक शिक्षा विभाग के सोशल मीडिया एकाउंट पर सोमवार को स्कूलों के विलय होने की डाली गई सूचना को विभाग ने भ्रामक एवं निराधार बताया है।

    50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को विलय किए जाने की प्रक्रिया शासन स्तर पर होनी है। रिपोर्ट भेज दी गई है जैसा आदेश आएगा उसका अनुपालन कराया जाएगा।

    – सुनील दत्त, बेसिक शिक्षा अधिकारी

  • NOC की शर्त अब भी शिक्षकों के तबादले की बड़ी बाधा

    NOC की शर्त अब भी शिक्षकों के तबादले की बड़ी बाधा

    NOC की शर्त अब भी शिक्षकों के तबादले की बड़ी बाधा

    नई नियमावली लागू होने के बाद इंतजार कर रहे एडेड डिग्री कॉलेजों के सभी इच्छुक शिक्षक अब ट्रांसफर के लिए पात्र हो जाएंगे। वजह यह है कि तीन साल से कोई भर्ती नहीं हुई है। ऐसे में लगभग सभी शिक्षक तीन साल की सेवा पूरी कर चुके हैं। नई नियमावली के अनुसार तीन साल पूरा कर चुके शिक्षक ट्रांसफर के लिए पात्र होंगे। हालांकि, प्रबंधतंत्र से अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) की अनिवार्यता ट्रांसफर की एक बड़ी बाधा है। शिक्षक संगठनों का कहना है कि इसे समाप्त करवाने की मुहिम जल्द तेज की जाएगी।

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    शिक्षक सरकार के सेवा अवधि शर्त घटाने के फैसले से खुश हैं, लेकिन उनका कहना है कि प्रबंधतंत्रों से NOC की बाध्याता समाप्त कर देनी चाहिए। अभी जो नियम है उसके अनुसार जिस कॉलेज में शिक्षक को जाना है, वहां पद खाली होना चाहिए। साथ ही जिस कॉलेज से जाना है और जहां जाना है, दोनों के प्रबंधतंत्र से

    NOC लेना जरूरी है। यह NOC लेना ही सबसे मुश्किल काम है। लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय कहते हैं कि संगठन लगातार यह मांग कर रहा है कि NOC की बाध्यता समाप्त की जाए। तबादले भी ऑनलाइन किए जाएं।

    रोस्टर के अनुसार तबादले

    तीन साल पहले सरकार ने रोस्टर सिस्टम भी लागू कर दिया है। लुआक्टा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मौलीन्दु बताते हैं कि तबादलों के लिए जरूरी शर्त यह है कि जिस कॉलेज से जाना है और जहां जाना है, दोनों में एक ही कैटेगरी का पद खाली होना चाहिए। अगर दोनों जगह सामान्य का है या फिर दोनों जगह एससी या फिर दोनों जगह ओबीसी का पद खाली है, तभी तबादला होगा। दूसरी कैटेगरी का पद खाली होने पर तबादला नहीं हो सकता। डॉ. मौलीन्दु कहते हैं कि यह अच्छा हुआ कि तबादलों का रास्ता खुल गया। शिक्षक तबादले के लिए आवेदन कभी भी कर सकते हैं। तबादला जून में किया जाएगा।

    दो साल से ट्रांसफर नहीं

    शिक्षक इस बात से खुश हैं कि अब तबादले हो सकेंगे। दो साल से शिक्षकों के तबादले ही नहीं हुए थे। वजह यह है कि पहले उच्च और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग अलग-अलग थे। वहीं, बेसिक शिक्षकों का तबादला बेसिक शिक्षा परिषद से होता है। तीनों को मिलाकर एक आयोग बन जाने से डिग्री कॉलेजों के तबादले बंद थे, क्योंकि उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग भंग हो गया था और नया आयोग बना नहीं था।

    ऐसे कम होती गई अवधि

    प्रदेश में 331 एडेड डिग्री कॉलेज हैं। इनमें कुल लगभग 10,500 शिक्षक हैं। तबादला नीति 2005 के अनुसार पहले यह शर्त थी कि 10 साल की सेवा पूरी करने के बाद ही शिक्षक का तबादला हो सकता है। इसके बाद 2012 में संशोधन हुआ और अधिकतम सेवा की शर्त पांच साल कर दी गई और मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सेवा शर्त घटाकर तीन साल कर दी गई है।

  • युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने की कार्यवाही तेज करें : सीएम

    युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने की कार्यवाही तेज करें : सीएम

    युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने की कार्यवाही तेज करें : सीएम

    लखनऊ, विशेष संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत युवाओं को टैबलेट, स्मार्टफोन वितरित किए जाने की कार्यवाही तेज करें। टैबलेट, स्मार्टफोन में सरकार के लोककल्याणकारी योजनाओं, कार्यक्रमों की जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए।

    UP News

    मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 में बजट प्राविधान के सापेक्ष शासन द्वारा जारी स्वीकृतियों, विभागाध्यक्ष द्वारा आवंटित धनराशि, व्यय तथा भारत सरकार से लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त धनराशि की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि आगामी दिनों में किसानों को खाद की जरूरत होगी, कृषि व सहकारिता विभाग यह सुनिश्चित करें कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता हो और कालाबाजारी न हो।

    विभागवार समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने व्यापक जनहित के विकास कार्यों में तेजी लाने के दिशा-निर्देश दिए।

    काशी, अयोध्या, मथुरा में सुरक्षा की गहन समीक्षा करें

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग महाकुम्भ से जुड़ी विभागीय परियोजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता दें। मुख्य सचिव स्तर से इसकी मॉनीटरिंग की जाती रहे। महाकुम्भ में आने वाले बहुतायत श्रद्धालु और पर्यटक काशी, अयोध्या, मथुरा भी जाएंगे, ऐसे में इन पवित्र स्थलों की सुविधा और सुरक्षा की भी गहन समीक्षा की जाए।

     

  • आज दोपहर बाद जारी होगा समायोजन  मामले में कोर्ट ऑर्डर

    आज दोपहर बाद जारी होगा समायोजन मामले में कोर्ट ऑर्डर

    आज दोपहर बाद जारी होगा समायोजन मामले में कोर्ट ऑर्डर

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  • जनपद में दिनांक 8 नवंबर को छठ पर्व के उपलक्ष्य में अवकाश घोषित

    जनपद में दिनांक 8 नवंबर को छठ पर्व के उपलक्ष्य में अवकाश घोषित

    जनपद में दिनांक 8 नवंबर को छठ पर्व के उपलक्ष्य में अवकाश घोषित

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  • डीएम ने लगाई क्लास, संपूर्ण समाधान दिवस में शिक्षामित्र पर गिरी गांज, जानिए पूरा मामला

    डीएम ने लगाई क्लास, संपूर्ण समाधान दिवस में शिक्षामित्र पर गिरी गांज, जानिए पूरा मामला

    डीएम ने लगाई क्लास, संपूर्ण समाधान दिवस में शिक्षामित्र पर गिरी गांज, जानिए पूरा मामला

    महराजगंज:जिलाधिकारी DM अनुनय झा द्वारा सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील सदर में पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा के साथ जनसुनवाई करते हुए लोगों की समस्याओं को सुना गया।

    डीएम ने लगाई क्लास, संपूर्ण समाधान दिवस में शिक्षामित्र पर गिरी गांज, जानिए पूरा मामला

    सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 41 मामले जिलाधिकारी DM के समक्ष प्रस्तुत हुए, जिनमे 02 मामलों का निस्तारण जिलाधिकारी द्वारा मौके पर ही कर दिया गया। संवाददाता के अनुसार समाधान दिवस में मंगलापुर गांव में शिक्षा मित्र द्वारा विद्यालय vidyalay में अनियमित रहने और अपने शैक्षणिक दायित्वों को पूरा न करने की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी द्वारा बीएसए BSA को प्रकरण की जांच कर आरोपी शिक्षा मित्र के एक माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया।

    जिलाधिकारी DM ने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में पेश होने वाले प्रत्येक मामले अधिकारी गंभीरता से लें और उनका निस्तारण नियमानुसार व समयान्तर्गत करें।

     

  • Ration card rule changed:अब राशन कार्ड धारकों को कम मिलेगा चावल, सरकार ने एक नवंबर से लागू कर दिया यह नया नियम

    Ration card rule changed:अब राशन कार्ड धारकों को कम मिलेगा चावल, सरकार ने एक नवंबर से लागू कर दिया यह नया नियम

    Ration card rule changed:अब राशन कार्ड धारकों को कम मिलेगा चावल, सरकार ने एक नवंबर से लागू कर दिया यह नया नियम

    Ration card rule changed:भारत सरकार देश के नागरिकों के लिए बहुत सारी योजनाएं yojnaon चलाती है. सरकार government की योजनाओं का लाभ देश के करोड़ों लोगों को मिलता है. सरकार government की ज्यादा योजनाएं yojnaon देश के गरीब जरूरतमंद सबको से ताल्लुक रखने वाले लोगों के लिए होती हैं.भारत में अभी भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपने लिए दो वक्त के खाने का इंतजाम नहीं कर पाते

    Ration card rule changed

    इस तरह के लोगों को भारत सरकार बेहद कम कीमत पर राशन मुहैया करवाती है.भारत सरकार government इसके लिए लोगों को राशन कार्ड Ration card जारी करती है. जिस पर लोगों को कम कीमत पर राशन मिलता है. लेकिन अब सरकार government ने राशन कार्ड Ration Card धारकों के लिए एक नवंबर से नियम में बदलाव कर दिया है. अब राशन कार्ड Ration Card धारकों को मात्रा में चावल दिया जाएगा. जाने क्यों लिया सरकार government ने यह कदम.

    अब कम मिलेगा चावल

    भारत सरकार government ने 1 नवंबर से राशन कार्ड Ration Card धारकों के लिए नियमों में बदलाव कर दिया है. नया नियम चावल और गेहूं के लेकर लागू हुआ है. पहले जहां राशन कार्ड Ration Card को अलग-अलग मात्रा में राशन मिलता था. या नहीं पहले 3 किलो चावल मिला करते थे तो वहीं 2 किलो गेहूं मिला करता था

    लेकिन अब सरकार ने इस नियम में बदलाव करते हुए चावल और गेहूं की मात्रा बराबर कर दी है.यानी अब राशन कार्ड Ration Card धारकों को राशन कार्ड पर दो किलो की जगह ढाई किलो गेहूं और 3 किलो की जगह ढाई किलो चावल दिए जाएंगे. सरकार government ने अंत्योदय कार्ड पर मिलने वाले 35 किलो खाद्यान्न में भी बदलाव कर दिया है. पहले जहां अंत्योदय कार्ड में 14 किलो गेहूं और 30 किलो चावल दिए जाते थे तो अब वहीं 18 किलो चावल और 17 किलो गेहूं दिए जाएंगे. यह नया नियम 1 नवंबर से लागू हो चुका है

  • Viral Video: मास्टर जी बोले- गाय पर निबंध लिखो, बच्चा निकला डेढ़ शाना, लिखी ऐसी चीज लोटपोट हो गए सभी- देखे वायरल वीडियो

    Viral Video: मास्टर जी बोले- गाय पर निबंध लिखो, बच्चा निकला डेढ़ शाना, लिखी ऐसी चीज लोटपोट हो गए सभी- देखे वायरल वीडियो

    Viral Video: मास्टर जी बोले- गाय पर निबंध लिखो, बच्चा निकला डेढ़ शाना, लिखी ऐसी चीज लोटपोट हो गए सभी- देखे वायरल वीडियो

    बचपन के दिनों में हमें निबंध लिखने को कई बार कहा जाता था। इसमें एक निबंध गाय पर भी होता था। हां छोटे बच्चों को अधिकतर गाय के ऊपर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है।इस वायरल Viral वीडियो video में मास्टर साहब ने भी अपने छात्र को गाय के ऊपर निबंध लिखने के लिए कहा।

    नीचे लिंक पर क्लिक करके वीडियो देखे
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    https://www.instagram.com/reel/Cr2RI10Ivvy/?igsh=amg1bHl1MG1qdGJi

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    लेकिन बच्चे ने कुछ ऐसा लिख दिया जिसे देखकर मास्टर साहब ने भी अपना माथा पीट लिया। अब इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया social media पर बड़ा वायरल Viral हो रहा है। लोग बच्चे का जवाब देकर लोटपोट हो रहे हैं।