BEO ने शिक्षकों को सीएचसी भेजा, बीएसए वि के कंट्रोल रूम ने चारों को अनुपस्थित बता दिया
बदायूं। बेसिक शिक्षा अधिकारी के कंट्रोल रूम ने शुक्रवार को चार शिक्षक गैरहाजिर बता दिए और उनका जवाब-तलब कर लिया, जबकि वह अपने-अपने विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारियों के निर्देश पर एल्वेंडाजोल की गोली लेने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए थे। इस मामले का शिक्षक संगठनों ने संज्ञान लिया है।
सहसवान विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय शिकारपुर के मोअज्जम शहजाद, रीता नेगी, संविलियन विद्यालय गोदी नगला की मधु उपाध्याय और उझानी विकास खंड के भट्ठा नगला स्थित प्राथमिक विद्यालय के इंचार्ज अध्यापक मुशीर अहमद को कंट्रोल रूम ने 8 अगस्त को गैरहाजिर बताया है। इसी आधार पर बीएसए ने स्पष्टीकरण देने के लिए पत्र जारी किया है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक दुष्यंत रघुवंशी कहा कि अध्यापकों पर दबाव बनाने के लिए यह कंट्रोल रूम अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा है। फोन
कॉल करके विद्यालय बंद होने के अंदेशे को जाहिर करते हुए अगर किसी शिक्षक पर कार्रवाई की जाती है तो फिर इसको उचित कैसे ठहराया जा सकता है।
जब निरीक्षण करने का सिस्टम बना हुआ है तो अलग से कंट्रोल रूम के जरिए दबाव बनाने का क्या औचित्य है, यह अधिकारी स्पष्ट करें। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक अनि संघ के जिला कोषाध्यक्ष सुशील चौधरी ने भी कंट्रोल रूम को अनुचित करार दिया.
ऐसी है कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली
कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी जिले के किसी भी शिक्षक को फोन करता है। पूछता है कि आप कहां हैं। अगर फोन कॉल रिसीव नहीं हुई तो यह माना जाता है कि शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे। ऐसा ही शुक्रवार को हुआ। कंट्रोल के कर्मचारी ने सुबह 8.18 बजे प्राथमिक विद्यालय बेबी गगला के शिक्षकों को कॉल की। जब कॉल नहीं मिल सकी तो शाम को बीएसए ने स्पष्टीकरण के लिए पत्र जारी किया। पत्र में लिखा है कि फोन रिसीव न होने का मतलब है कि विद्यालय बंद था। क्यों न आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर दी जाए। शिक्षकों का कहना है कि सिग्नल न होने पर भी कई बार काल नहीं लगती तो इसमें शिक्षक कहां जिम्मेदार हुए।
शिक्षक बोले- हमें तो ट्रेनिंग पर भेजा गया था
इंचार्ज अध्यापक मुशीर अहमद ने बताया कि उन्हें खंड शिक्षा अधिकारी ने मैसेज दिया। उसके आधार पर ही मैं बीआरसी पर ट्रेनिंग में गए थे। शिक्षक रीता नेगी ने बताया कि वह सीएचसी सहसवान में प्रशिक्षण पर गई। इसके लिए विभाग ने ही निर्देश दिए गए थे। शिक्षक मधु उपाध्याय ने बताया कि उन्हें भी ट्रेनिंग पर भेजा गया था।
कंट्रोल रूम को खोला गया, इसके माध्यम से शिक्षकों को उपस्थिति ली जा रही है, जो शिक्षक स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि कहां पर हैं केवल उनसे ही सष्टीकरण मंगा जा रहा है। जो सही हैं, उनसे कोई परेशानी नहीं होगी।
वीरेंद्र सिंह यादव, बीएसए
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